What is internet in hindi | इंटरनेट क्या है और कैसे काम करता है?

आज शायद ही ऐसा कोई होगा जो इंटरनेट के बारे में नहीं जानता होगा क्योंकि आज की internet आवश्यकता ने इंटरनेट को इतना साधारण बना दिया है कि एक व्यक्ति, बच्चा, बड़ा सभी इंटरनेट को अच्छे से जानते हैं क्योंकि शायद आज ऐसा कोई भी काम नहीं होगा जो इंटरनेट के माध्यम से नहीं हो सकता आजकल कॉलेज का फॉर्म भी ऑनलाइन भरा जा सकता है बिजली का बिल ऑनलाइन पर किया जा सकता है इसी के साथ-साथ किसी को भी ट्रांजैक्शन करना है कोई भी टिकट बुक करनी है सभी काम इंटरनेट के माध्यम से किया जा सकते हैं तो आज हम इसी topic internet in hindi के बारे में पढ़गे

तो इंटरनेट का अर्थ यह होता है कि जब अनेकों कंप्यूटर आपस में मिलकर एक नेटवर्क का निर्माण करते हैं और कई छोटे-छोटे नेटवर्क जुड़कर एक बहुत बड़े ग्लोबल नेटवर्क का निर्माण करते हैं वही इंटरनेट कहलाता है आज के इस ब्लॉग में हम इंटरनेट से संबंधित सभी बातें पढ़ेंगे जैसे advantage of internet in hindi, working of internet in hindi, uses of internet in hindi and future scope of interent in hindi.

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What is Internet in Hindi

इंटरनेट का पूरा नाम inter connected network है इस the net भी कहा जाता है इंटरनेट computer का एक ऐसा जाल है जो पूरे वर्ल्ड के कंप्यूटरों को एक दूसरे से जोड़ता है इसे पूरे विश्व में पहले अनेकों छोटे हुए बड़े नेटवर्क संचार माध्यम के द्वारा एक दूसरे से कनेक्ट रहते हैं यह कंप्यूटर कनेक्ट होने के लिए संचार माध्यम के साथ-साथ कुछ प्रोटोकॉल का भी पालन करते हैं इंटरनेट एक ग्लोबल नेटवर्क है जो विश्व में सबसे बड़ा नेटवर्क है इंटरनेट को information super highway भी कहा जाता है

Father of Internet in Hindi:- इंटरनेट के जनक के रूप में vint cerf and Bob kahn को जाना जाता है

Mother of Internet in Hindi:- Radio parlman ने spinning tree algorithm दिया जिसके कारण उन्हे mother of Internet भी कहा जाता है

History of Internet in Hindi:

Early concept: 1950 से 1960 के दशक में जब अमेरिका और सोवियत संघ के बीच cold war चल रहा था तब हर देश यही चाहता था कि उनकी सूचनाओं का आदान-प्रदान तीव्र गति से हो ताकि वह समय पर सही वह सटीक सूचना की प्राप्ति कर सके

और इसके अलावा जितने भी रिसर्चर थे उनको भी अपने प्रोजेक्ट के डाटा को शेयर करने के लिए बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता था वह समय भी बहुत अधिक लगता था जिससे इसका सॉल्यूशन निकालने का विचार दिमाग में आया और वह सॉल्यूशन ही इंटरनेट कहलाया।

क्योंकि इसके सॉल्यूशन के लिए दो कंप्यूटर को किसी वायर मीडियम से इस प्रकार कनेक्ट किया जाता था कि उनमें डाटा का ट्रांसमिशन हो सके और यहीं से इंटरनेट की शुरुआत हुई।

Packet switching: 1965 से पहले संपूर्ण विश्व में नेटवर्क में डाटा सर्किट स्विचिंग तकनीक के माध्यम से ट्रैवल करता था लेकिन 1960 से 1970 के दशक के बीच में RAND कॉर्पोरेशन रिसर्चर Paul baran व 1965 में डोनाल्ड डेविस ने स्टोर एंड फॉरवार्ड पैकेट स्विचिंग तकनीक की खोज की जिससे डाटा को अच्छे से ट्रांसमिशन करने के लिए छोटे-छोटे packet में तोड़ दिया जाता था।

ARPANET: विश्व के पहले इंटरनेट की शुरुआत 1969 में अमेरिका के सुरक्षा विभाग ने ARPANET(advanced research project agency network) रूप में की गई थी एवं एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी ने एक ऐसी तकनीक विकसित की जिसमें कंप्यूटरों को आपस में जोड़ा जा सके और उनके बीच में डाटा ट्रांसफर और कम्युनिकेशन किया जा सके

ARPANET पहले वाइड एरिया नेटवर्क था और ARPANET में सबसे पहले कनेक्शन UALC वह स्टैनफोर्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट के बीच में स्थापित किया गया इसी सफल कनेक्शन व डाटा ट्रांसमिशन के साथ ही ARPANET का जन्म हुआ

मूल ARPANET में IMP(interface message procedure)आपस में एक दूसरे से जुड़े होते थे ARPANET में distance vector routing algorithm लागू हुई

Other networks 1970 में अन्य पैकेट स्विचिंग नेटवर्क को emerge करके बड़े नेटवर्क का निर्माण किया गया

1970’s Growth and development in internet in hindi:

(a) Email: ईमेल का आविष्कार Ray Tomlinson ने 1971 में किया जो की एक महत्वपूर्ण एप्लीकेशन साबित हुई

(b) TCP IP protocol: vint surf and bob kahn शुरुआती इंटरनेट की खोज की

Arpanet decommissioned

ARPANET को 1990 में officially decommissioned कर दिया गया वह ARPANET एक NSF (नेशनल साइंस फाउंडेशन) नेटवर्क वह कुछ प्राइवेट नेटवर्क को मिलकर इंटरनेट की शुरुआत हुई

WORLD WIDE WEB: world wide web का कॉन्सेप्ट टीम बर्नर्स ली के द्वारा 1989 में दिया गया उसे समय वह सन नामक संस्था में काम करते थे।

Public access: 1971 में इंटरनेट पब्लिक उसे के लिए allow कर दिया गया।

Owner of Internet in Hindi:

इंटरनेट का कोई भी सिंगल owner नहीं है लेकिन कुछ संस्थाएं हैं जो इंटरनेट के संचालन में सहयोग करती हैं वह इंटरनेट सेवाओं को बेहतर व सुरक्षित बनाए रखने में मदद करती हैं वे संस्थाएं निम्न है

IETF: इसका पूरा नाम (internet engineering task force) है जिसका मुख्य काम इंटरनेट के मन के को विकसित करना है या उसे बढ़ावा देने की जिम्मेदारी दी गई है
जैसे RFC, IPVR, IPSEC यह सभी मानक IETF ने विकसित किए हैं

IAB: इसका पूरा नाम internet architecture board है और यह इंटरनेट के तकनीकी सलाहकार समूह के रूप में कार्य करता है

INTERNIC: यह एक संगठन है जो इंटरनेट समुदाय के लिए विभिन्न पंजीकरण सेवाएं प्रदान करता है

Working of Internet in Hindi:

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1 infrastructure

(A)  Physical component: इसके अंतर्गत इंटरनेट से संबंधित सभी हार्डवेयर कंपोनेंट आते हैं जो इंटरनेट के संचालन में सहायक होते हैं जैसे केवल ऑप्टिकल फाइबर केबल कॉपर केबल राउटर स्विच हब और डाटा सेंटर आदि।

(B) Network type:  इंटरनेट पर भी नेटवर्क की सुविधा के अनुसार कई टाइप में बांटा जाता है जैसे LAN(local area network), WAN (wide area network), MAN (metropolitan area network) and global network.

2. IP address and domain name:

(A)  IP address: आईपी का पूरा नाम इंटरनेट प्रोटोकॉल होता है यह गणितीय अंकों के रूप में होता है वह प्रत्येक डिवाइस का अलग-अलग  होता है आईपी एड्रेस नेटवर्क में किसी भी डिवाइस को य अलग पहचान प्रदान करता है।

(B)  DNS: इसका पूरा नाम डोमेन नेम सर्विस होता है डोमेन नेम एक प्रकार का एड्रेस होता है जिसका उपयोग वेबसाइट को देखने के लिए       किया जाता है प्रत्येक वेबसाइट का एक आईपी एड्रेस होता है जिसे याद रखना मुश्किल होता है इसलिए डोमेन नेम सर्विस का उपयोग             किया गया क्योंकि डोमेन नेम आईपी को नॉर्मल या human रीडेबल फॉर्मेट में बदलता है जैसे (ip)->website name.

3. Data transmission:

(A)  Packet: डाटा को छोटे-छोटे भागों में विभाजित करने पर जो यूनिट बनती है वह पैकेट कहलाती है

(B)  Routing: पैकेट को राउटर के द्वारा source से destination के लिए भेजा जाता है

4. Protocol in internet in hindi:

(A)  TCP/IP: यह इंटरनेट के लिए फंडामेंटल कम्युनिकेशन प्रोटोकोल है TCP एक विश्वसनीय ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रदान करता है

(B)  HTTP/HTTPS: यह प्रोटोकॉल वेब पेज को ट्रांसफर करने के काम आता है और इसमें जब http(s) लगा दिया जाता है तो यह सिक्योरिटी   purpose के लिए काम आता है और इसमें encryption भी शामिल हो जाता है जिसे डाटा encrypt होकर जाता है प्लेन टेक्स्ट में नहीं।

5. ISP:

इसका पूरा नाम इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर है हमारे घर या ऑफिस या कहीं भी जहां इंटरनेट किया आवश्यकता होती है वहां इंटरनेट प्रोवाइड करवाने का काम ISP ही करती है इसके कई प्रकार हैं जैसे डायल अप, DSL, CABLE Wireless etc.

6. Server and client:

(A)  Server: वह कंप्यूटर या स्टोरेज जो वेब पेज ईमेल या अन्य कोई भी डाटा जिसको वह स्टोर करता है वह सर्वर कहलाता है

(B)  Client: वह कोई भी डिवाइस जो डाटा के लिए सर्वर को रिक्वेस्ट करता है वह क्लाइंट होता है जैसे मोबाइल लैपटॉप कंप्यूटर आदि

7. Security measures of internet in hindi:

(A)  Encryption: यह डाटा को ट्रांसमिशन के दौरान secure करने का काम करता है जैसे SSL और https के द्वारा

(B)  Firewalls: यह अनऑथराइज्ड एक्सेस से नेटवर्क को प्रोटेक्ट करता है

8. CDN:

इसका पूरा नाम कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क है इसका मुख्य उद्देश्य यूजर के लिए data की वर्ल्ड वाइड उपलब्धता के लिए डाटा को डिस्ट्रीब्यूशन करना है यह लेटेंसी टाइम को काम करता है वह पेज के लोड होने की स्पीड को बढ़ता है

Uses of Internet in Hindi:

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1. Education and e-learning

(A)  Online course: इंटरनेट के द्वारा हम घर बैठे किसी भी कोचिंग या इंस्टीट्यूट से किसी भी सब्जेक्ट की ऑनलाइन क्लास ले सकते हैं              जिस समय वह धन दोनों की बचत होती है

(B)  Virtual classroom: इंटरनेट के द्वारा Remotely लर्निंग में कोलैबोरेशन के द्वारा हम सीख सकते हैं जैसे गूगल क्लासरूम में                      माइक्रोसॉफ्ट टीम

(C)  Academy research: इंटरनेट के माध्यम से जनरल वी ई बुक और अकादमिक पेपर की रिसर्च को फ्री में पढ़ सकते हैं

2. Communication:

(A)  Email internet: इंटरनेट के द्वारा हम इंस्टेंट एक्सचेंज आफ मैसेज ए फाइल और सेंड और रिसीव कर सकते हैं

(B)  Instant message: इंटरनेट के माध्यम से हम रियल टाइम कम्युनिकेशन कर सकते हैं इसके लिए व्हाट्सएप जम वह skype  whatsapp एप्लीकेशन का उपयोग किया जाता है

(C)  Social media: इंटरनेट के माध्यम से फेसबुक twitter, instagram आदि को एक्सेस कर ग्लोबल लोगों से कनेक्ट हो सकते हैं

(D)  Information access: इंटरनेट के माध्यम से गूगल वह बिग कैसे सर्च इंजन के माध्यम से किसी भी टॉपिक पर इनफॉरमेशन प्राप्त      कर सकते हैं एवं विकिपीडिया से अच्छी से अच्छी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं न्यूज़ पढ़ सकते हैं अनेकों वेबसाइटों के माध्यम से अपने आवश्यक कार्य भी कर सकते हैं

3. Entertainment:

(A)  Streaming service:  इंटरनेट के माध्यम से नेटफ्लिक्स हॉटेस्ट भाई अमेजॉन प्राइम जैसे अनेक कोटी विश्व का आनंद ले सकते हैं                और ऑनलाइन मैच भी देख सकते हैं

(B)  Online gaming: इंटरनेट के माध्यम से हम ग्लोबल किसी से भी जुड़कर लाइव मल्टीप्लेयर गेम खेल सकते हैं और एक साथ                       मिलकर गेम का लुफ्त उठा सकते हैं

4. E-commerce:

(A)  Online shopping: इंटरनेट के द्वारा हम अलीबाबा अमेजॉन इबे फ्लिपकार्ट मिंत्र जैसी वेबसाइट से सामान खरीद सकते हैं

(B)  Digital payment: डिजिटल पेमेंट में इंटरनेट का अहम रोल होता है हम फोन पर गूगल पर पेपर और मोबाइल का उपयोग करके              आसानी से पेमेंट कर सकते हैं

5. Work and business:

(A)  Remote work tool:  इंटरनेट के द्वारा घर बैठे ही कुछ सॉफ्टवेयर के माध्यम से जैसे जून के द्वारा हम रिमोट ली वर्क कर सकते हैं और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कर सकते हैं लाइव वीडियो कॉल के माध्यम से कोई भी सेमिनार भी अटेंड कर सकते हैं

(B)  Cloud service: कुछ प्लेटफार्म जैसे गूगल ड्राइव ड्रॉपबॉक्स के द्वारा हम डाटा को ऑनलाइन स्टोर कर सकते हैं और कोई भी मशीन सिस्टम जो हमारे पास उपलब्ध नहीं है उसे वर्चुअल एक्सेस भी कर सकते हैं

6. Social networking:

(A)  Personal connections: सोशल मीडिया से जुड़कर हम अपने दोस्तों में फैमिली से ग्लोबल वे कहीं भी रहे हम उनसे जुड़े रहते हैं

(B)  Professional networking: इंटरनेट के माध्यम से हम अपने प्रोफेशनल रिलेशनशिप और करियर ऑपच्यरुनिटी में वृद्धि कर  सकते हैं जैसे लिंकडइन प्लेटफार्म

(C)  Community building: हम ग्रुप बनाकर अपने इंटरेस्ट की चीजों को शेयर कर सकते हैं हम सोशल मीडिया पर किसी भी ग्रुप को ज्वाइन भी कर सकते हैं और अपने इंटरेस्ट के टॉपिक की जानकारी ले सकते हैं

7. Maps and navigation:

इंटरनेट के माध्यम से हम आसानी से जहां जाना चाहते हैं वहां का एड्रेस अपने फोन के अप में डालकर उसे जगह तक आसानी से पहुंच सकते हैं जो बहुत सुविधाजनक सर्विस है

Disadvantage of internet in Hindi:

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Privacy concern:  इंटरनेट पर डाटा की सुरक्षा भी एक प्रकार का महत्वपूर्ण टास्क है लेकिन पर्सनल या सेंसेटिव डाटा लीक होने का खतरा रहता है

Identity theft:  इंटरनेट पर डिजिटल पर्सनल इनफॉरमेशन को चोरी करके किसी भी प्रकार का फ्रॉड किया जा सकता है या अन्य किसी को धोखा दिया जा सकता है

Internet addiction: इंटरनेट का आवश्यकता से अधिक उपयोग भी इंटरनेट की उपयोग करने का एडिक्शन मिल सकता है जिसकी लत की वजह से आदमी प्रोफेशनल वह पर्सनल रिस्पांसिबिलिटी को अच्छे से नहीं निभा सकता और अपने स्किल का पूरा उपयोग नहीं कर पाता

Sleeping disturbance: रात में सोने से पहले इंटरनेट का उपयोग करना भी नींद को कमजोर करता है जिससे नींद कम आती है और देरी से आती है और अगले दिन हमें उसका प्रभाव देखने को मिलता है

Misinformation and fake news:
कई बार इंटरनेट पर इनफॉरमेशन को गलत तरीके से तोड़ मरोड़ कर दिखाया जाता है जिससे कि लोगों को गलत संदेश जाता है और इंटरनेट के माध्यम से न्यूज़ तीव्रता से फैलती है जिससे कि उसे फेक न्यूज़ के गंभीर परिणाम भी हो सकते हैंतथा किसी भी न्यूज़ को वेरिफिकेशन करना भी इंटरनेट पर बहुत जटिल कार्य है

Cyber harassment: इंटरनेट के द्वारा किसी भी व्यक्ति को गलत बात बोलना डरना या धमकाना इसी के अंतर्गत आता है तथा कुछ लोग एनोनिमस रहकर भी गलत बातें बोलते हैं जिससे victim स्ट्रेस व चिंता व डिप्रेशन का शिकार हो जाता है

Negative impact on productivity: क्योंकि इंटरनेट पर एंटरटेनमेंट और सोशल मीडिया को हम आसानी से एक्सेस कर सकते हैं जो की डिस्ट्रक्शन का एक महत्वपूर्ण पहलू है जिसके कारण व्यक्ति बार-बार सोशल मीडिया को चेक करता है जिस व्यक्ति का एफिशिएंसी और फॉक्स घट जाता है और वह अपनी स्किल का अच्छे से उपयोग नहीं कर सकता

Health issue: ज्यादा इंटरनेट के उपयोग से एक जगह बैठे-बैठे शरीर फिजिकली एक्टिव नहीं होता है जिससे अनेक प्रकार के हेल्थ इश्यू हो जाते हैं आंखों का लाल होना आंखों में दर्द होना चिंता बेचैनी आदि

Future scope of Internet in Hindi:

(A)  Enhanced connectivity: 5G नेटवर्क अच्छी स्पीड और काम लेटेंसी और greater कैपेसिटी प्रोवाइड करते हैं जिससे यूजर का   एक्सपीरियंस अच्छा होता है और आगे भविष्य में यह है कनेक्टिविटी की रेंज बढ़कर हर जगह इंटरनेट की सुविधा प्रदान करने की कोशिश है

(B)  Internet of things (IOT): भविष्य में internet of things की सुविधा को बढ़ाकर घर के स्मार्ट डिवाइस  में उपयोग किया जा सकता है घर की सिक्योरिटी बढ़ाने में और एनर्जी को बचाने में भी इसका उपयोग किया जा सकता है

इसके साथ-साथ ही स्मार्ट सिटी में ट्रैफिक मैनेजमेंट और पब्लिक सर्विस में भी आईओटी का उपयोग किया जा सकता है इंडस्ट्री के क्षेत्र में इंटरकनेक्टेड सेंसर और मशीन में इसका उपयोग करके दक्षता में सुधार लाया जा सकता है

(C)  Artificial intelligence and machine learning: कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करके सेल्फ ड्राइव कर ड्रोन और अनेक ऐसी टेक्नोलॉजी जो स्वयं ही कार्य कर सकती है उनका विकास किया जा सकता है इसके साथ-साथ ही बहुत बड़े डाटा को  आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से आसानी से प्रिडिक्ट करके उसे सॉल्व किया जा सकता है

(D)  Quantum computing and Quantum internet in hindi: क्वांटम कंप्यूटिंग के माध्यम से बहुत बड़ी-बड़ी व जटिल समस्याओं को बहुत तेजी से और कुछ ही समय में आसानी से सॉल्व किया जा सकता है इसके साथ-साथ क्वांटम कंप्यूटर क्रिप्टोग्राफी को अच्छे से अप्लाई करके कम्युनिकेशन को secure बनाते हैं

(E)  Argument reality and virtual reality: इन टेक्नोलॉजी के माध्यम से एंटरटेनमेंट एजुकेशन एंड ट्रेनिंग को बहुत ही आसानी से समझाया जा सकता है वह ऐसा महसूस करके की यही वास्तविक स्थिति है उनका अभ्यास भी किया जा सकता है

(F)  Blockchain technology: ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी के माध्यम से हम सिक्योरिटी वी ट्रांसपेरेंसी और सभी प्रकार के ऑनलाइन  ट्रांजैक्शन और डाटा मैनेजमेंट में निष्पक्षता ला सकते हैं

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