hello friends आज के ब्लॉग input device in hindi मे हम देखेंगे की कंप्यूटर में input device क्या होते है, और कैसे काम करते है। और कितने प्रकार के इनपुट डिवाइस होते है। अगर आप को जानकारी ज्ञानवर्दक लगे तो सब्सक्राइब जरूर करे। तो अब हम input device के बारे में देखते है।
इनपुट डिवाइसेज (Input Devices in hindi):
Computer ऐसी Machine है, जो मानव की भाषा को नहीं समझता है, यह मशीनी भाषा (Machine Language) या Binary Language को ही समझता है। जबकि User कम्प्यूटर में डाटा, सूचना एवं निर्देश (Data, Information & Instruction) मानवीय भाषा अर्थात् High Level Language में देता है।Computer को इनपुट दिए जाने से पहले मानवीय भाषा के डाटा एवं निर्देशों को Machine Language या Binary Language में बदलना आवश्यक है।
वे Device जो User द्वारा मानवीय भाषा या High Level Language में दिए गए डाटा एवं निर्देशों को कम्प्यूटर को समझने योग्य भाषा (Machine Language या Binary Language) में बदलते हैं, इनपुट डिवाइस (Input Device) कहलाते हैं। वे Device जिनके द्वारा Data एवं अनुदेश (Instruction) कम्प्यूटर में Enter किए जाते हैं, Input Device कहलाते हैं।
Input device working
user ———>input device ————>cpu
जैसा की हम इक उदाहरण से समझ सकते है की अगर यूजर किसी का नाम टाइप करता है तो मशीन या कंप्यूटर को इंग्लिश या हिंदी भाषा नहीं आती, कंप्यूटर तो केवल बाइनरी या मशीनी भाषा को समझता है तो कंप्यूटर या मशीन के बीच में बात करने के लिए इक मध्यस्त की जरूरत थी और वो मध्यस्त है इनपुट डिवाइस। इसमें यूजर सबसे पहिले इनपुट देता है फिर इनपुट डिवाइस जो इनपुट दिया है उसको कंप्यूटर के समझने लायक भाषा अर्थात बाइनरी लैंग्वेज में बदल देता ह जिससे कंप्यूटर आसानी से समझ जाता है और उसके बाद प्रोसेसर प्रोसेस करके आउटपुट दे देता है।
Input Device वे डिवाइस होते हैं जो डाटा एवं अनुदेशों को स्वीकार कर उन्हें बाइनरी या मशीनी रूप में Convert कर कम्प्यूटर के प्रयोग करने लायक बनाता है।किसी भी कम्प्यूटर में Input . किया जाने वाला डाटा टेक्स्ट (Text), साउंड (Sound), चित्र (Picture) एवं विडियो (Video) आदि Format में हो सकता है।
Type of input device
primary input device (प्राथमिक इनपुट डिवाइस)
secondary input device (द्वितीयक इनपुट डिवाइस)
primary input device (प्राथमिक इनपुट डिवाइस):- ये वो डिवाइस होते है जो कंप्यूटर के लिए बहुत जरुरी होते है। जिनके बिना कंप्यूटर चल नहीं सकता है। जैसे कीबोर्ड , माउस
secondary input device (द्वितीयक इनपुट डिवाइस):-ये वो डिवाइस होते है जो कंप्यूटर के लिए बहुत जरुरी नहीं होते है। जिनके बिना कंप्यूटर चल सकता है। लेकिन कुछ अलग काम करना हो तो जरुरत पड़ती है जैसे स्कैनर , ट्रैकबॉल
कंप्यूटर में इनपुट के लिए प्रयोग होने वाले डिवाइस (computer device in hindi) निम्न है
# key-board
# moouse
# scanner
# trackball
# joystick
# light pen
# styles
# touch screen
# camera
# digitizer
# biometric
# sensor machine
KEYBOARD:-
की-बोर्ड (Keyboard) कम्प्यूटर में Data Entry हेतु सर्वाधिक प्रयुक्त होने वाली इनपुट डिवाइस है। की-बोर्ड का आविष्कार 1868 में क्रिस्टोफर लाथम सॉल्स
(Christopher Lathom sholes) द्वारा किया गया। . की-बोर्ड को प्राथमिक इनपुट डिवाइस (Primary Input Device) या कम्प्यूटर का स्टैण्डर्ड इनपुट डिवाइस कहा जाता है।
की-बोर्ड Typewriter की तरह CUT (Character UserInterface) के सिद्धांत पर कार्य करता है। – की-बोर्ड को CPU से PS2 (Plug Station 2 ) port के द्वारा जोड़ाजाता है।आजकल की-बोर्ड को USB (Universal Serial Bus) पोर्टद्वारा भी कम्प्यूटर से जोड़ा जाता है।वर्तमान में प्रयुक्त हो रहे Wireless Keyboard में Radio Waves का प्रयोग किया जाता है।
आजकल प्रचलित keyboard में Buttons की संख्या सामान्यतया 104 होती है, किन्तु keyboard में फंक्शनों की उपलब्धता के आधार पर बटन 108 भी होते हैं। अर्थात् की-बोर्ड में Buttons की संख्याभिन्न-भिन्न हो सकती है।
Keyboard में उपलब्ध बटनों (keys) को निम्नानुसार बांटा गया है—
Numeric Keys
Function Keys
Control Keys
alphabet keys
Toggle Keys Combination/ Modifier Keys
Alphanumeric Keys
Navigation Keys
MOUSE
कम्प्यूटर सिस्टम को चलाने हेतु Mouse एक महत्त्वपूर्ण Input Device है। माउस का आकार चूहे के आकार का होने के कारण ही इसका नामकरण माउस किया गया था।
माउस का आविष्कार डगलस सी. इंजेलबर्ट ने 1964 में किया था।
माउस को पॉइंटिंग डिवाइस भी कहा जाता है, माउस के माध्यम से किसी भी प्रकार का चित्र, टेबल, आकृति बनाई जा सकती है।माउस को पॉइंटिंग एण्ड ड्रॉ डिवाइस कहा जाता है। पॉइंटिंग एण्ड ड्रॉ डिवाइस वे डिवाइस होते हैं, जो स्क्रीन पर ऑब्जेक्ट (फाइल, फोल्डर, आइकन) को इंगित करने तथा स्क्रीन पर किसी भी प्रकार का चित्र बनाने के लिए प्रयुक्त होते हैं।
यह GUI (Graphical User Interface) का मुख्य इनपुट डिवाइस होता है। जी.यू.आई. यूजर फ्रैंडली होने के कारण कम्प्यूटर में माउस से कार्य करना आसान हो जाता है। माउस में सामान्यतया तीन बटन होते हैं-
1. वायां बटन (Left Button ) – Click, Double Click, प्वाईन्ट एण्ड ड्रॉ आदि कार्यों को करने हेतु प्रयुक्त यह बटन Mouse के बायीं ओर स्थित होता है।
2. दायां बटन (Right Button ) – यह बटन माउस के दायीं ओर स्थित होता है तथा किसी Object की प्रोपर्टीज को एक्सेस करने हेतु तथा Dialogue Box खोलने हेतु प्रयुक्त होता है।
SCANNER
इसके माध्यम से किसी भी भौतिक फोटो, चित्र, आकृति एवं डॉक्यूमेंट को स्कैन कर डिजिटल रूप में बदला जाता है अर्थात् स्कैनर डॉक्यूमेंट, चित्र, फोटो, आकृति आदि की हार्डकॉपी को सॉफ्ट कॉपी में बदलता है। यह फोटो कॉपीयर मशीन की तरह दिखता है। यह सॉर्स से डाटा या सूचना को कॉपी या रीड करता है तथा टेक्स्ट एवं इमेज को कॉपी करता है
JOYSTICK:
ट्रैकबॉल (Trackball)
यह माउस का विकल्प है एवं ऐसा पॉइंटिंग डिवाइस है, जिसमें पॉइंटर को बॉल के माध्यम से कंट्रोल किया जाता है।यह एक अपसाइड डाउन माउस होता है।इसका उपयोग चिकित्सा एवं CAD (Computer Aided Design)में किया जाता है।
आशा है आप को (input device in hindi )input device के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिली होगी और ऐसी टेक्निकल और कंप्यूटर की जानकारी के लिए शेयर करे